कभी-कभी पहाड़ों में हिमस्खमलन सिर्फ एक ज़ोरदार आवाज़ से ही शुरू हो जाता है

Sunday, January 26, 2014




काम की अधिकता से स्नायुओं पर आवश्यक्ता से अधिक जोर पड़ रहा है। एक ही क्षेत्र में बुद्धि के अत्याधिक प्रयोग से उनका सन्तुलन नष्ट हो गया है।

         -मक्सिम गोर्की                                  



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